
इंक्रीप्टेड प्रश्नपत्रों को पिछले वर्ष पेपर लीक को रोकने के लिए लाया गया था। ऐसे प्रश्नपत्र सीधे परीक्षा सेंटर पर मेल के माध्यम से भेजे जाते हैं। वहीं उन्हें कोड के माध्यम से खोलकर प्रिंट किया जाता है और छात्रों में बांटा जाता है।
बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के दौरान इंक्रीप्टेड प्रश्नपत्रों को लागू करने का प्रयोग सफल रहा था। आगामी बोर्ड परीक्षा में हम इस तरह के प्रश्नपत्रों की संख्या और बढ़ाने जा रहे हैं। यह संख्या 25 तक हो सकती है।